हाइकू
हर्षित मन
बहुत दिनों बाद
मित्र है साथ।
मन विह्वल
बहुत रहा मेरा
देख समाज।
जातिवाद की
चौखट पर खड़ा
फिर चुनाव।
लड़ेंगे फिर
चुनाव आया भाई
पड़ी खटाई।
हर्षित मन
बहुत दिनों बाद
मित्र है साथ।
मन विह्वल
बहुत रहा मेरा
देख समाज।
जातिवाद की
चौखट पर खड़ा
फिर चुनाव।
लड़ेंगे फिर
चुनाव आया भाई
पड़ी खटाई।
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